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Hypothyroidism: लक्षण, कारण और उपचार जाने Full जानकारी In Hindi 100 %

Hypothyroidism

Hypothyroidism क्या हैं ? (Hypothyroidism In Hindi)

Hypothyroidism एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायरॉयड ग्रंथि थायरॉयड हार्मोन, जैसे कि थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3), को आपके शरीर के लिए पर्याप्त मात्रा में उत्पादन नहीं करता मतलब, गलत खानपान, खराब जीवनशैली या Genetic कारणों की वजह से जब Thyroid gland ज़रूरत से कम मात्रा में हार्मोन बनाने लगता है तो थायराइड से जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। जिसे हम हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) कहते है।  थायराइड हार्मोन का अवशोषण होता है आपके शरीर में मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करने के लिए। ये समस्या अक्सर महिलाओं में अधिक होती है। आगे हम हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण, कारण, और उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे ।

Hypothyroidism

 

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हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण: (Hypothyroidism Symptoms in Hindi)

Hypothyroidism के लक्षण व्यक्ति की थायरॉइड ग्रंथि की कमी को सुझाते हैं, जिससे थायरॉइड हार्मोन्स का सही स्तर नहीं बन पाता है। ये लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और व्यक्ति इन्हें ध्यान नहीं देता है, लेकिन इस समस्या को समझना महत्वपूर्ण है।

  1. थकान और थकावट: व्यक्ति अचानक होने वाली थकान और थकावट का सामना कर सकता है, जो अन्य कारणों से नहीं होती।
  2. वजन में बढ़ोतरी: हाइपोथायरायडिज्म के कारण वजन में बढ़ोतरी हो सकती है, जो व्यक्ति द्वारा किए जाने वाले आहार और व्यायाम के बावजूद होती है।
  3. ठंड का ज्यादा महसूस होना : व्यक्ति ठंडी शीतलता का अहसास कर सकता है, जिससे वह अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा ठंडा महसूस करता है।
  4. बालों का झरना और त्वचा में सूखापन: थायरॉइड हार्मोन्स की कमी से बाल झर सकते है और त्वचा में सूखापन आ सकता है।
  5. मूड में परिवर्तन: चिढ़चिढ़ापन, चिंता, और मूड स्विंग्स का महसूस हो सकता है।
  6. भूख में कमी: हाइपोथायरायडिज्म के कारण व्यक्ति की भूख में कमी हो सकती है, जिससे वह वजन कम नहीं कर पाता है।
  7. हृदयघात और रक्तचाप में वृद्धि: थायरॉइड हार्मोन्स की कमी के कारण Heart attack और High B.P का खतरा बढ़ सकता है।
  8. मासिक धर्म समस्याएं: महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म के कारण अनियमित मासिक धर्म हो सकता है।
  9. कमजोरी और मुस्कुलर दर्द: व्यक्ति अक्सर आत्मिक और शारीरिक कमजोरी महसूस कर सकता है, जिसके साथ हो सकता है Mascular pain और ठीक तरह से हिल ना पाना।
  10. सुस्ती और ध्यान में कमी: व्यक्ति में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, सुस्ती, और ध्यान की कमी हो सकती है।

हाइपोथायरायडिज्म होने के कारण: (Hypothyroidism Causes)

हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) के कई कारण हो सकते हैं. यहां कुछ प्रमुख कारणों की सूची दी गई है:

  1. Autoimmune Thyroiditis (ऑटोइम्यून थायरॉइडाइटिस): यह सबसे सामान्य कारण है, जिसमें व्यक्ति के खुद के शरीर का immune system गलती से अपने थायरॉइड ग्रंथि को हमला करता है, जिससे इसका कार्य प्रभावित होता है.
  2. Iodine Deficiency (आयोडीन की कमी): आयोडीन थायरॉइड हॉर्मोन्स उत्पन्न करने के लिए आवश्यक होता है. इसकी कमी हाइपोथायरायडिज्म का कारण बन सकती है.
  3. Thyroid Gland Damage (थायरॉइड ग्रंथि का क्षति): किसी अन्य बीमारी, जैसे कि थायरॉइड कैंसर या थायरॉइड सर्जरी, के कारण थायरॉइड ग्रंथि में क्षति होना.
  4. Genetic Factors (आनुवांछिक कारण): परिवार में हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने पर व्यक्ति को इसके होने के लिए अधिक जोखिम हो सकता है.
  5. Radiation Therapy (किरण चिकित्सा): कभी-कभी कैंसर के इलाज के लिए किया जाने वाला किरण चिकित्सा भी थायरॉइड को प्रभावित कर सकती है.
  6. Medications (दवाएं): कुछ दवाएं, जैसे कि रेडियोथेरेपी या थायरॉइड को प्रभावित करने वाली अन्य दवाएं, Hypothyroidism का कारण बन सकती हैं.
  7. Pregnancy (गर्भावस्था): कुछ महिलाएं गर्भावस्था के दौरान Hypothyroidism का शिकार हो सकती हैं.

NOTE: यदि आपको हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. चिकित्सक आपकी जांच करेंगे और उचित उपचार की सुझाव देंगे।

 

हाइपोथायरायडिज्म का उपचार: (Hypothyroidism Treatment in Hindi)

हाइपोथायरायडिज्म का उपचार आमतौर पर दवाओं, आहार और बदलते जीवनशैली के माध्यम से किया जाता है। यहां कुछ प्रमुख उपाय दिए जा रहे हैं जो हाइपोथायरायडिज्म के उपचार में मदद कर सकते हैं:

  • दवाओं का सही तरीके से सेवन: थायरॉइड हॉर्मोन की कमी को पूरा करने के लिए आपको डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का नियमित सेवन करना होगा। डॉक्टर की सलाह के बिना कभी भी दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • Iodine और Selenium से भरपूर आहार: Iodine और Selenium, जो थायरॉइड हॉर्मोन्स के उत्पन्न में मदद करते हैं, इसलिए आपको इस से भरपूर आहार लेना चाहिए। इसमें शामिल हो सकते हैं समुद्री खाद्य, दालचीनी, सेलरी, खजूर, ब्राज़ील नट्स, और मक्खन, आदि।
  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना भी महत्वपूर्ण है। योग और मेडिटेशन भी तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • आहार में फाइबर शामिल करें: फाइबर भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना हाइपोथायरायडिज्म के लिए फायदेमंद हो सकता है। फाइबर से भरपूर आहार से आपका पाचन सिस्टम स्वस्थ रहता है।
  • विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स: कुछ स्थितियों में विटामिन D और विटामिन B12 की गोलीयाँ या सप्लीमेंट्स का सुझाव भी किया जा सकता है। लेकिन इस पर भी डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।
  • नियमित थायरॉइड जाँचें: हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों को नियमित अंतरालों पर थायरॉइड जाँच करवानी चाहिए ताकि उनके हाइपोथायरायडिज्म का प्रबंधन सही तरीके से किया जा सके।

यदि आप किसी भी समय ऐसे लक्षण महसूस करते हैं या आपको लगता है कि आप हाइपोथायरायडिज्म के शिकार हो सकते हैं, तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें ताकि सही तरीके से जाँच की जा सके और उपचार किया जा सके।

नियामित चेक-अप का महत्व
हाइपोथायरायडिज्म को पहचाना जा सकता है एक सामान्य रक्त परीक्षण से। इस लिए नियम जांच का पालन करना बहुत जरूरी है ताकि समस्या को पहले ही पहचान कर सही समय पर उपचार किया जा सके।

निष्कर्ष
हाइपोथायरायडिज्म एक आम समस्या है, लेकिन इसे सही तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। व्यक्ति को इसके लक्षणों का समाधान और नियम जांच करवाना जरूरी है ताकि समस्या का समाधान सही समय पर हो सके। इसके अलावा, स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना और पौष्टिक आहार का सेवन करना भी महत्वपूर्ण है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

FAQ:

Que1: हाइपोथायरायडिज्म क्या है?

Ans- हाइपोथायरायडिज्म एक रोग है जिसमें थायरॉइड ग्रंथि थायरॉइड हॉर्मोन्स उत्पन्न करने में समर्थ नहीं रहती है।

Que2: हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण क्या हैं?

Ans- यहां कुछ सामान्य हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण हैं: थकान, वजन में बढ़ोतरी, सूजी त्वचा, ठंडक में कमी, मूड स्विंग्स, और भूख में कमी।

Que3: हाइपोथायरायडिज्म के कारण क्या हैं?

Ans- कुछ मुख्य कारणों में शामिल हैं: ऑटोइम्यून थायरॉइडाइटिस, आयोडीन की कमी, थायरॉइड ग्रंथि का क्षति, जीनेटिक कारण, और गर्भावस्था के दौरान होने वाली थायरॉइड समस्याएं।

Que4: हाइपोथायरायडिज्म का उपचार कैसे होता है?

Ans- हाइपोथायरायडिज्म का उपचार थायरॉइड हॉर्मोन्स की दवाओं के साथ किया जाता है, साथ ही स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली की भी आवश्यकता होती है।

Que5: हाइपोथायरायडिज्म से बचाव के लिए क्या कदम उठाएं?

Ans- आयोडीन और सेलेनियम से भरपूर आहार, नियमित थायरॉइड जाँच, अपनी स्वास्थ्य की देखभाल, स्वस्थ जीवनशैली, और स्ट्रेस प्रबंधन के उपायों को अपनाकर हाइपोथायरायडिज्म से बचा जा सकता है।

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